करता है अपने मन की, सुनता ही नहीं किसी की, जब जब बात करता है, अपने ज़माने में ही खड़ा करता है अपने मन की, सुनता ही नहीं किसी की, जब जब बात करता है, अपने ज़मान...
ये इश्क़ तो इश्क़ है इश्क़ से बड़ा मर्ज़ क्या है। ये इश्क़ तो इश्क़ है इश्क़ से बड़ा मर्ज़ क्या है।
शोषण से सम्बन्धित शोषण से सम्बन्धित
जहां बोलना चाहिए वहां कुछ क्यों नहीं बोलता तू तुझ से ज्यादा हमने दुनिया देखी है जहां बोलना चाहिए वहां कुछ क्यों नहीं बोलता तू तुझ से ज्यादा हमने दुनिया ...
साथी तेरा साथ एक बरगद की छाँव सा, मिला मन को मेरे जब से सुकून अब राह के काँटों से है साथी तेरा साथ एक बरगद की छाँव सा, मिला मन को मेरे जब से सुकून अब राह के...
जल की नन्ही नन्ही बूंद और प्यार के मीठे मीठे बोल बने हम.. और हो सके तो तोड़ दें... जल की नन्ही नन्ही बूंद और प्यार के मीठे मीठे बोल बने हम.. और हो सके तो...